आईएएफ-इसरो समझौता

ISRO, Air Force join hands to select and train 3-member crew for
प्रश्न-भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ का प्रक्षेपण कब किया जाएगा?
(a) वर्ष 2020
(b) वर्ष 2021
(c) वर्ष 2022
(d) वर्ष 2023
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
  • 29 मई, 2019 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के बीच गगनयान परियोजना हेतु चालक दल के चयन और प्रशिक्षण में सहयोग पर एक समझौता-ज्ञापन हस्ताक्षरित हुआ।
  • इस समझौता-ज्ञापन के तहत इसरो और आईएएफ मिलकर तीन अंतरिक्ष यात्रियों का चयन करेंगे और उन्हें प्रशिक्षित करेंगी।
  • महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन वर्ष 2022 में प्रस्तावित है।
  • गगनयान का प्रक्षेपण इसरो के जीएसएलवी मार्क III प्रक्षेपण यान से किया जाएगा।
  • मिशन गगनयान के तहत सबसे पहले दो मानवरहित यान और उसके बाद एक मानवयुक्त यान का प्रक्षेपण किया जाएगा।
  • इस मिशन के तहत पृथ्वी की निम्न कक्षा में तीन व्यक्तियों को 5-7 दिन के लिए भेजा जाएगा।
  • अंतरिक्ष गगनयान की निगरानी पीनया (Peenya) स्थित इसरो टैलीमेट्री टैकिंग एंड कमांड सेंटर से की जाएगी।
  • इसरो और भारतीय वायुसेना के अलावा बंगलुरू स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन भी अंतरिक्ष यात्रियों के प्रशिक्षण में सहयोग प्रदान करेगा।
  • वर्ष 2022 में सफल मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन के पश्चात अंतरिक्ष में मानव भेजने वाला भारत संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस एवं चीन के बाद विश्व का चौथा देश बन जाएगा।
  • ज्ञातव्य है कि 15 अगस्त, 2018 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ को वर्ष 2022 या उससे पूर्व प्रक्षेपित करने की घोषणा की थी।

विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

http://www.newsonair.com/Main-News-Details.aspx?id=364104

https://timesofindia.indiatimes.com/india/isro-iaf-ink-pact-for-astronaut-selection-training/articleshow/69563662.cms

https://www.isro.gov.in/mou-signed-between-isro-and-iaf-cooperation-crew-selection-and-training-gaganyaan-project

https://www.firstpost.com/india/isro-air-force-join-hands-to-select-and-train-3-member-crew-for-gaganyaan-mission-6731521.html