प्रश्न-24 मई, 2019 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गुवाहाटी और इसरो के बीच किस उद्देश्य हेतु समझौता-ज्ञापन हस्ताक्षरित हुआ?
(a) अंतरिक्ष के क्षेत्र में मिलकर कार्य करने हेतु।
(b) इसरो को तकनीकी सहयोग प्रदान करने हेतु।
(c) अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी सेल की स्थापना हेतु।
(d) गुवाहाटी में इसरो का एक स्थायी परिसर स्थापित करने हेतु।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
(a) अंतरिक्ष के क्षेत्र में मिलकर कार्य करने हेतु।
(b) इसरो को तकनीकी सहयोग प्रदान करने हेतु।
(c) अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी सेल की स्थापना हेतु।
(d) गुवाहाटी में इसरो का एक स्थायी परिसर स्थापित करने हेतु।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 24 मई, 2019 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), गुवाहाटी और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के बीच एक समझौता-ज्ञापन हस्ताक्षरित हुआ।
- इस समझौता ज्ञापन के तहत आईआईटी, गुवाहाटी के परिसर में आईआईटीजी-इसरो (IITG-ISRO) अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी सेल (एसटीसी) की स्थापना की जाएगी।
- असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने इस संस्थान में एक नए शैक्षणिक परिसर और अनुसंधान एवं विकास भवन का उद्घाटन किया।
- आईआईटी जी-इसरो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी सेल (एसटीसी) उत्तर-पर्वू क्षेत्र में स्थापित अपनी तरह का पहला केंद्र होगा।
- यह क्रम में 7वां अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी सेलर (STC) है। इसके अतिरिक्त-IISC बेंगलुरू, IIT बाम्बे, IIT कानपुर, IIT खड़गपुर IIT मद्रास व IIT रुड़की है।
- इसका उद्देश्य अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और क्षमता निर्माण प्रक्रिया को बढ़ावा देना है।
- एसटीसी आईआईटी गुवाहाटी के संकाय सदस्यों का गठन करेगा, जो इसरो के वैज्ञानिकों/विशेषज्ञों, शोध छात्रों और तकनीकी कर्मचारियों से मिलेंगे।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
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