प्रश्न – अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के संबंध में विकल्प में कौन – सा तथ्य सही नहीं है?
(a) 15 जनवरी 2025 को अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नेथन एंडरसन ने अपनी इस रिसर्च कंपनी को बंद करने की घोषणा की।
(b) अगस्त 2024 में, हिंडनबर्ग ने भारतीय रिज़र्व बैंक के चेयरमैन शक्तिकांत दास पर अडानी समूह से जुड़ी मनी सिफ़निंग घोटाले में संलिप्त होने का आरोप लगाया था।
(c) हिंडनबर्ग रिसर्च, जो अपनी वित्तीय धोखाधड़ी की जांच और शॉर्ट-सेलिंग रणनीतियों के लिए प्रसिद्ध है, ने निकोला कॉर्पोरेशन,अडानी समूह और एरोस इंटरनेशनल पर महत्वपूर्ण रिपोर्टें प्रकाशित की थीं, जिनसे वे मीडिया और निवेशकों के बीच काफी चर्चित हो गए थे।
(d) जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर स्टॉक मैनिपुलेशन और लेखांकन धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
उत्तर – (b)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 15 जनवरी 2025 को अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नेथन एंडरसन ने अपनी इस रिसर्च कंपनी को बंद करने की घोषणा की।
- एंडरसन ने बताया कि हिंडेनबर्ग रिसर्च को बंद करने का निर्णय किसी बाहरी खतरे, व्यक्तिगत स्वास्थ्य समस्या या अन्य तत्काल कारणों से नहीं लिया गया है बल्कि, यह एक प्राकृतिक समापन है, क्योंकि कंपनी ने अपने अंतिम वित्तीय धोखाधड़ी मामलों को पूरा कर लिया था, जिन्हें नियामकों के साथ साझा किया गया है।
- हिंडनबर्ग रिसर्च, जो अपनी वित्तीय धोखाधड़ी की जांच और शॉर्ट-सेलिंग रणनीतियों के लिए प्रसिद्ध है, ने निकोला कॉर्पोरेशन,अडानी समूह और एरोस – इंटरनेशनल पर महत्वपूर्ण रिपोर्टें प्रकाशित की थीं, जिनसे वे मीडिया और निवेशकों के बीच काफी चर्चित हो गए थे।
- जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर स्टॉक मैनिपुलेशन और लेखांकन धोखाधड़ी का आरोप लगाया था, जिसे अडानी समूह ने नकार दिया।
- अगस्त 2024 में, हिंडनबर्ग ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति दवल बुच पर अडानी समूह से जुड़ी मनी सिफ़निंग घोटाले में संलिप्त होने का आरोप लगाया था।
- अडानी समूह को कॉर्पोरेट धोखाधड़ी के आरोपों से 150 बिलियन डॉलर का बाज़ार पूंजी नुकसान हुआ।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
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