प्रश्न – निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
1. 7 अप्रैल‚ 2025 को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाया गया।
2. वर्ष 2025 में इस दिवस का मुख्य विषय-‘‘हमारा ग्रह‚ हमारा स्वास्थ्य’’ था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल 1 (b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों (d) उपरोक्त सभी
उत्तर – (a)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 7 अप्रैल, 2025 को संपूर्ण विश्व में ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ (World Health Day) मनाया गया है।
- वर्ष 2025 में इस दिवस की थीम – “स्वस्थ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य” (Healthy Beginnings, Hopeful Futures) है।
- ज्ञातव्य है कि 7 अप्रैल, 1948 को ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) की स्थापना हुई थी जिसके उपलक्ष्य में यह दिवस मनाया जाता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है।
- इस वर्ष के थीम के तहत मातृ और नवजात शिशु के स्वास्थ्य पर केंद्रित साल भर चलने वाले अभियान का सूत्रपात हो रहा है
- जिसमें देशों से रोकथाम योग्य मौतों को रोकने और महिलाओं के दीर्घकालिक कल्याण को प्राथमिकता देने का आग्रह किया जाएगा।
- इस अभियान के तहत सरकारों और स्वास्थ्य समुदाय से आग्रह किया जाएगा कि वे रोके जा सकने वाली मातृ एवं नवजात मृत्यु को रोकने के लिए प्रयास तेज करें तथा महिलाओं के दीर्घकालिक स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता दें।
- वर्तमान में प्रकाशित अनुमानों के अनुसार, हर साल करीब 2600 00 महिलाएं गर्भावस्था या प्रसव के कारण अपनी जान गंवाती हैं
- जबकि 2 मिलियन से ज़्यादा बच्चे अपने जीवन के पहले महीने में ही मर जाते हैं और लगभग 2 मिलियन बच्चे मृत पैदा होते हैं।
- यह लगभग हर 7 सेकंड में 1 रोकी जा सकने वाली मौत है।
- मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में भारत की प्रगति-
- मातृ मृत्यु दर
• भारत में एमएमआर (मातृ मृत्यु अनुपात) प्रति 1,00,000 जीवित बच्चों के जन्म पर 130 (2014-16) से घटकर 97 (2018-20) हो गया – 33 अंकों की गिरावट।
• पिछले 30 वर्षों (1990-2020) में, भारत में एमएमआर में 83 प्रतिशत की गिरावट आई है।
o वैश्विक तुलना: इसी अवधि में वैश्विक एमएमआर में 42 प्रतिशत की कमी आई। - शिशु एवं बाल मृत्यु दर:-
• आईएमआर (शिशु मृत्यु दर) प्रति 1,000 जीवित बच्चों के जन्म पर 39 (2014) से घटकर 28 (2020) हो गई।
• एनएमआर (नवजात शिशु मृत्यु दर) प्रति 1,000 जीवित बच्चों के जन्म पर 26 (2014) से घटकर 20 (2020) हो गई।
• यू5एमआर (5 वर्ष से छोटी आयु के बच्चों की मृत्यु दर) प्रति 1,000 जीवित बच्चों के जन्म पर 45 (2014) से घटकर 32 (2020) हो गई। - भारत में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक व्यापक पहुंच-
• 5 अप्रैल 2025 तक, भारत में 1.76 लाख से अधिक सक्रिय आयुष्मान आरोग्य मंदिर (स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र) हैं, जो समग्र प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करते हैं।
• पोर्टल के अनुसार, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (एएएम) में उच्च रक्तचाप के लिए 107.10 करोड़ जाँच और मधुमेह के लिए 94.56 करोड़ जाँच की गई।
• एएएम में योग, साइकिल चलाना और ध्यान जैसी कल्याण से संबंधित गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। 28 फरवरी 2025 तक, एएएम में योग सहित कुल 5.06 करोड़ कल्याण सत्र आयोजित किए गए।
• 30 नवंबर 2024 तक, 17,000 से अधिक सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के तहत प्रमाणित हैं, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार और रोगी-केंद्रित देखभाल सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय का एक ढांचा है। - आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) अंतर-परिचालन योग्य डिजिटल बुनियादी ढांचे के माध्यम से रोगियों, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और प्रणालियों को सुरक्षित रूप से जोड़ने वाला एक एकीकृत डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम है।
- 5 अप्रैल, 2025 तक, एबीडीएम के तहत 76 करोड़ से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते (एबीएचए) बनाए गए हैं।
लेखक- विजय प्रताप सिंह
संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.who.int/campaigns/world-health-day/2025#
https://pib.gov.in/PressNoteDetails.aspx?NoteId=154147&ModuleId=3®=3&lang=1