प्रश्न – विश्व मलेरिया रिपोर्ट, 2024 से संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
1. 11 दिसंबर, 2024 को यह रिपोर्ट विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एचओ) द्वारा जारी किया गया
2. इस रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर वर्ष 2023 में मलेरिया के मामलों की संख्या 263 मिलियन होने का अनुमान है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल (1) (b) केवल (2)
(c) (1) एवं (2) दोनों (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (c)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 11 दिसंबर, 2024 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्यूएचओ) द्वारा विश्व मलेरिया रिपोर्ट, 2024 जारी किया गया
- प्रत्येक वर्ष, यह रिपोर्ट मलेरिया के विरुद्ध लड़ाई में वैश्विक प्रगति और अंतराल का आकलन करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में कार्य करती है।
- इस वर्ष की रिपोर्ट विश्व भर के 83 देशों में इस रोग को नियंत्रित करने और समाप्त करने के प्रयासों का महत्वपूर्ण और अद्यतन विवरण प्रस्तुत करती है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर वर्ष 2023 में मलेरिया के मामलों की संख्या 263 मिलियन होने का अनुमान है
- यह पिछले वर्ष की तुलना में 11 मिलियन मामलों की वृद्धि है और वर्ष 2022 में जोखिम में प्रति 1000 जनसंख्या पर 58.6 मामलों की वृद्धि है।
- डब्ल्यूएचओ अफ्रीकी क्षेत्र में इस बीमारी का सबसे अधिक प्रभाव है, अनुमान है कि वर्ष 2023 में दुनिया भर में मलेरिया के 94% मामले यहीं होंगे।
- डब्ल्यूएचओ पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र में वर्ष 2021 से घटनाओं में 57% की वृद्धि देखी गई है, जो 2023 में जोखिम में प्रति 1000 आबादी पर 17.9 मामलों तक बढ़ गई है
- वर्ष 2023 में मलेरिया से प्रभावित शीर्ष पांच देशो में शामिल हैं- नाइजीरिया (26%), कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (13%), युगांडा (5%), इथियोपिया (4%) और मोजाम्बिक (4%) ।
- वैश्विक स्तर पर, वर्ष 2023 में, मलेरिया से मरने वालों की संख्या 597000 होने का अनुमान है
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अफ्रीकी क्षेत्र में मलेरिया से मरने वालों की संख्या सर्वाधिक है , जहां दुनिया भर में मलेरिया से होने वाली अनुमानित 95% मौतें होती हैं।
- इस रिपोर्ट के अनुसार , भारत में मलेरिया के मामलों और इससे जुड़े मृत्यु दर में उल्लेखनीय गिरावट आई है।
- इसके अनुसार, वर्ष 2024 तक आधिकारिक रूप से भारत मलेरिया से ग्रस्त देशों के उच्च जोखिम उच्च प्रभाव (एचबीएचआई) समूह से बाहर निकल जाएगा।
- भारत की उपलब्धियों में वर्ष 2017 और वर्ष 2023 के बीच मलेरिया के मामलों और मलेरिया से संबंधित मौतों में उल्लेखनीय कमी शामिल है।
- वर्ष 2023 तक मलेरिया के केवल 20 लाख मामले रह गए हैं और मृत्यु दर घटकर केवल 83 हो गई है।
- गौरतलब है की वर्ष 1947 में स्वतंत्रता के समय, मलेरिया सबसे गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक था, जिसमें सालाना अनुमानित 7.5 करोड़ मामले और 800,000 मौतें होती थीं।
लेखक- विवेक त्रिपाठी
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