प्रश्न – दिसंबर, 2024 में भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उत्तरदायी और नैतिक उपयोग हेतु रूपरेखा विकसित करने हेतु एक समिति गठित की । इस समिति के अध्यक्ष कौन होंगे?
(a) प्रोफेसर पुष्पक भट्टाचार्य (b) देबजानी घोष
(c) बलरामन रवींद्रन (d) हरि नागरालू
उत्तर – (a)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 26 दिसंबर, 2024 को भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उत्तरदायी और नैतिक उपयोग हेतु रूपरेखा विकसित करने हेतु एक समिति गठित की ।
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बॉम्बे में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर पुष्पक भट्टाचार्य इस आठ-सदस्यीय समिति के अध्यक्ष होंगे।
- भारतीय रिजर्व बैंक ने 6 दिसंबर, 2024 को मौद्रिक समीक्षा बैठक के बाद एआई पर विशेषज्ञ समिति बनाए जाने की घोषणा की थी
- इस समिति में देबजानी घोष (स्वतंत्र निदेशक, रिजर्व बैंक इनोवेशन हब), बलरामन रवींद्रन (प्रोफेसर और प्रमुख, वाधवानी स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड एआई, आईआईटी मद्रास), अभिषेक सिंह (अतिरिक्त सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय) भी शामिल हैं।
- इनके अलावा राहुल मथन (साझेदार, ट्राइलीगल), अंजनी राठौर (समूह प्रमुख और मुख्य डिजिटल अनुभव अधिकारी, एचडीएफसी बैंक), श्री हरि नागरालू (सुरक्षा एआई अनुसंधान प्रमुख, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया) और सुवेंदु पति (मुख्य महाप्रबंधक, वित्त प्रौद्योगिकी, आरबीआई) को भी इसका सदस्य बनाया गया है।
- यह समिति एआई से जुड़े संभावित जोखिमों की भी पहचान करेगा।
- यह बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी), वित्तीय-प्रौद्योगिकी फर्मों के लिए एआई से जुड़े जोखिमों के मूल्यांकन, निपटान, निगरानी ढांचे एवं अनुपालन बिंदुओं की सिफारिश करेगा।
- यह समिति अपनी पहली बैठक की तारीख से छह महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
लेखक- विवेक त्रिपाठी
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