प्रश्न – वारंगल चपाता मिर्च (Chapata Chilli) के जीआई टैग प्राप्ति के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
- यह मिर्च तेलंगाना राज्य का पहला जीआई टैग प्राप्त कृषि उत्पाद है।
- यह मिर्च चमकदार लाल रंग, मोटी फल दीवार और हल्की तीव्रता के लिए प्रसिद्ध है।
- वारंगल, हनमकोंडा, मुलुगु और जयशंकर भूपालपल्ली जिले इसके प्रमुख उत्पादक क्षेत्र हैं।
- इस जीआई पंजीकरण के लिए आवेदन वर्ष 2023 में किया गया था।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन गलत है/हैं?
(a) केवल 1 और 4 (b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1, 2 और 3 (d) केवल 4
उत्तर – (a)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 28 मार्च, 2025 को वारंगल चपाता मिर्च (Chapata chilli) को भारत सरकार के जीआई रजिस्ट्री द्वारा भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग प्रदान किया गया है।
- यह मान्यता तेलंगाना का 18वां मान्यता प्राप्त जीआई टैग और पहला बागवानी उत्पाद है जिसे यह टैग प्राप्त हुआ है।
- स्थानीय रूप से इसे ‘टोमेटो मिर्च’ भी कहा जाता है।
- यह मिर्च अपने टमाटर जैसे आकार, चमकदार लाल रंग और हल्की तीव्रता के कारण प्रसिद्ध है। इसके फलों की दीवार मोटी होती है और यह उच्च रंग विशेषताओं के लिए जानी जाती है।
- इस मान्यता से लगभग 20,574 किसानों को लाभ होगा।
- यह मिर्च तेलंगाना के वारंगल, हनमकोंडा, मुलुगु और जयशंकर भूपालपल्ली जिलों के 6,700 एकड़ क्षेत्र में उगाई जाती है।
- वार्षिक उत्पादन लगभग 10,951 मीट्रिक टन होता है।
- इस जीआई पंजीकरण के लिए आवेदन वर्ष 2022 में थिम्ममपेट चिल्ली फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, जनार्दन रेड्डी वेन्कट रेड्डी हॉर्टिकल्चर रिसर्च स्टेशन (महबूबाबाद जिला), और श्री कोंडा लक्ष्मण तेलंगाना हॉर्टिकल्चरल यूनिवर्सिटी (SKLTGHU) द्वारा किया गया था।
लेखक- विजय प्रताप सिंह
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