प्रश्न – माउंट तारानाकी को व्यक्ति का दर्जा देने के संबंध में निम्न कथनों पर विचार कीजिए?
1. 30 जनवरी, 2025 को न्यूजीलैंड की संसद ने सर्वसम्मति से एक नए कानून के तहत माउंट तारानाकी (तारानाकी मौंगा) को व्यक्ति का दर्जा प्रदान किया है।
2. इसे अब “ते काहुई तुपुआ” (Te Kahui Tupua) के नाम से जाना जाएगा।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा कथन सही है –
(a) केवल (i) (b) केवल (ii)
(c) (i) एवं (iii) दोनों (d) इनमे से कोई नहीं
उत्तर – (c)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 30 जनवरी, 2025 को न्यूजीलैंड की संसद ने सर्वसम्मति से एक नए कानून के तहत माउंट तारानाकी (तारानाकी मौंगा) को व्यक्ति का दर्जा प्रदान किया है।
- पर्वत को कानूनी व्यक्ति का दर्जा देने वाला विधेयक न्यूजीलैंड की संसद में सर्वसम्मति से पारित किया गया
- इसे अब “ते काहुई तुपुआ” (Te Kāhui Tupua) के नाम से जाना जाएगा।
- कानून के तहत अब इस पर्वत को मनुष्य के समान सभी अधिकार और कर्तव्य प्राप्त होंगे।
- अब इस पर्वत को आधिकारिक तौर पर ‘माउंट एग्मोंट’ के नाम से नहीं जाना जाएगा।
- यह नाम 18वीं शताब्दी में ब्रिटिश खोजकर्ता जेम्स कुक ने इसे दिया था।
- माओरी समुदाय के लिए यह पर्वत उनके पूर्वजों के रूप में पूजनीय है, और यह कानूनी दृष्टिकोण से “एक जीवित और अपरिहार्य एकता” के रूप में माना जाता है।
- तारानाकी 2,518 मीटर (8,261 फीट) ऊंचा निष्क्रिय ज्वालामुखी पर्वत है।
- यह देश का दूसरा सबसे ऊंचा पर्वत है।
- यह पर्वत पर्यटकों, पर्वतारोहियों और स्नो स्पोट्र्स प्रेमियों के बीच काफी लोकप्रिय है।
- न्यूजीलैंड प्राकृतिक संरचनाओं को कानूनी रूप से इंसान का दर्जा देने वाला पहला देश है।
- वर्ष 2014 में न्यूजीलैंड ने उत्तरी द्वीप के ते उरेवेरा (Te Urewera) जंगल को यह अधिकार दिया था।
- इसके बाद वर्ष 2017 में व्हांगानुई नदी (Whanganui river) को भी “मानव” घोषित किया गया था।
लेखक- विजय प्रताप सिंह
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https://earthobservatory.nasa.gov/images/153342/mount-taranakis-ring-of-forest