भारत मौसम विज्ञान विभाग का 150वां स्थापना दिवस

प्रश्न – हाल ही में भारत मौसम विज्ञान विभाग का 150वां स्थापना दिवस कब मनाया गया ?
(a) 12 जनवरी (b) 15 जनवरी
(c) 11 जनवरी (d) 14 जनवरी
उत्तर – (d)


व्याख्यात्मक उत्तर

  • 14 जनवरी, 2025 को भारत मौसम विज्ञान विभाग का 150वां स्थापना दिवस कब मनाया गया
  • इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में भारत मौसम विज्ञान विभाग के 150वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में भाग लिया।
  • इसमें प्रधानमंत्री ने देश को ‘मौसम के प्रति तैयार और जलवायु के प्रति स्मार्ट’ राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ ‘मिशन मौसम’ का शुभारंभ किया।
  • इस मिशन का लक्ष्य अत्याधुनिक मौसम निगरानी तकनीक और सिस्टम विकसित करके, उच्च-रिज़ॉल्यूशन वायुमंडलीय अवलोकन, अगली पीढ़ी के रडार और उपग्रहों एवं उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटरों को कार्यान्वित करते हुए उच्चस्तरीय क्षमता को हासिल करना है।
  • यह मौसम और जलवायु प्रक्रियाओं की समझ को बेहतर बनाने, वायु गुणवत्ता डेटा प्रदान करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा जो लंबे समय में मौसम प्रबंधन और हस्तक्षेप की रणनीति बनाने में सहायता प्रदान करेगा।
  • साथ ही प्रधानमंत्री ने मौसम संबंधी अनुकूलता और जलवायु परिवर्तन अनुकूलन के लिए आईएमडी विज़न-2047 दस्तावेज़ भी जारी किया
  • इसमें मौसम पूर्वानुमान, मौसम प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन शमन की योजनाएं शामिल हैं।
  • भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के बारे में –
  • इसकी स्थापना वर्ष 1887 हुई थी
    इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थापित किया गया है ।
  • मुख्य कार्य और उद्देश्य:
  1. मौसम पूर्वानुमान:
    o देशभर में मौसम की स्थिति का अवलोकन और पूर्वानुमान प्रदान करना।
    o मानसून, तापमान, वर्षा, चक्रवात, और अन्य मौसम संबंधी घटनाओं की जानकारी देना।
  2. चेतावनी प्रणाली:
    o चक्रवात, बाढ़, सुनामी, हीटवेव, कोल्डवेव, और भूकंप जैसी आपदाओं के लिए समय पर चेतावनी जारी करना।
  3. विज्ञान और अनुसंधान:
    o मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन से जुड़े अनुसंधान को बढ़ावा देना।
    o एग्रोमेट सलाहकार सेवा के तहत किसानों को मौसम आधारित कृषि सलाह देना
  • इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थापित किया गया है।
  • क्षेत्रीय कार्यालय और उनके स्थान:
  1. नई दिल्ली (उत्तर-पश्चिम क्षेत्र)
    o क्षेत्र: हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड
    o कार्य: उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम निगरानी और चेतावनी प्रणाली।
  2. मुंबई (पश्चिमी क्षेत्र)
    o क्षेत्र: महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली
    o कार्य: मानसून, चक्रवात, और समुद्री मौसम सेवाओं की देखरेख।
  1. कोलकाता (पूर्वी क्षेत्र)
    o क्षेत्र: पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
    o कार्य: चक्रवात, भारी बारिश, और बाढ़ की चेतावनी।
  2. चेन्नई (दक्षिणी क्षेत्र)
    o क्षेत्र: तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, लक्षद्वीप
    o कार्य: तटीय मौसम, चक्रवात और कृषि सेवाओं की जानकारी।
  3. गुवाहाटी (उत्तर-पूर्वी क्षेत्र)
    o क्षेत्र: असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा
    o कार्य: उत्तर-पूर्व भारत में मौसम पूर्वानुमान और बाढ़ चेतावनी।
  4. नागपुर (मध्य क्षेत्र)
    o क्षेत्र: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़
    o कार्य: कृषि मौसम विज्ञान और मानसून की निगरानी।
  5. हैदराबाद (दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र)
    o क्षेत्र: आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, और आसपास के क्षेत्र
    o कार्य: चक्रवात चेतावनी और कृषि संबंधी जानकारी।

लेखक- विवेक त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2092401

https://mausam.imd.gov.in/event/curtain_raiser_2025.php