प्रश्न – 7 फरवरी, 2025 को भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र (आईएसएलआरटीसी) और राष्ट्रीय पुस्तक ट्रस्ट (एनबीटी) के बीच हस्ताक्षरित समझौता – ज्ञापन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
(a) बधिर बच्चों के लिए 500 एनबीटी किताबों को भारतीय सांकेतिक भाषा (आईएसएल) में परिवर्तित करना
(b) बधिर बच्चों के लिए विद्यालयों का निर्माण करना
(c) बधिर बच्चों के लिए उच्च शिक्षा संस्थान स्थापित करना
(d) बधिर बच्चों को मुफ्त पुस्तकें वितरित करना
उत्तर – (a)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 7 फरवरी, 2025 को विश्व पुस्तक मेला 2025 के दौरान एनबीटी मंडप में भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र (आईएसएलआरटीसी) और राष्ट्रीय पुस्तक ट्रस्ट (एनबीटी) के मध्य एक समझौता – ज्ञापन हस्ताक्षरित हुआ।
- इस समझौता – ज्ञापन का उद्देश्य भारतीय सांकेतिक भाषा (आईएसएल) के माध्यम से बधिर बच्चों के लिए 500 एनबीटी कहानी पुस्तकों, सामान्य पठन सामग्री और अन्य रोचक पुस्तकों को सुलभ स्वरूप में परिवर्तित करना है।
- समझौता – ज्ञापन पर आईएसएलआरटीसी के निदेशक कुमार राजू और एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक ने हस्ताक्षर किए।
- दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी), सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र (आईएसएलआरटीसी) कार्यरत है।
- नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी), भारत भारत सरकार ( उच्च शिक्षा विभाग , मानव संसाधन विकास मंत्रालय ) द्वारा वर्ष 1957 में स्थापित एक सर्वोच्च निकाय है।
लेखक- विजय प्रताप सिंह
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