प्रश्न – निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. न्यूरालिंक द्वारा विकसित ‘ब्लाइंडसाइट’ डिवाइस दृश्य प्रांतस्था में माइक्रोइलेक्ट्रोड एरे प्रत्यारोपित करती है।
2. यह डिवाइस केवल उन्हीं लोगों के लिए कार्य करती है जिनकी आँखें अक्षुण्ण (intact) हैं, परन्तु ऑप्टिक नर्व क्षतिग्रस्त है।
3. अमेरिका के FDA ने ‘ब्लाइंडसाइट’ को ब्रेकथ्रू डिवाइस का दर्जा दिया है।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
(a) केवल 1 और 2 (b) केवल 1 और 3
(c) केवल 2 और 3 (d) 1, 2 और 3 सभी
उत्तर – (b)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 31 मार्च, 2025 को, एलन मस्क की ब्रेन-चिप स्टार्टअप कंपनी न्यूरालिंक ने घोषणा की कि वह वर्ष 2025 के अंत तक अपनी दृश्य कृत्रिम अंग डिवाइस ‘ब्लाइंडसाइट’ को पहली बार किसी मानव में प्रत्यारोपित करेगी।
- शुरुआत में यह चिप कम रिजोल्यूशन वाली दृष्टि (Atari ग्राफिक्स जैसी) प्रदान करेगी, लेकिन एलन मस्क का दावा है कि भविष्य में यह “सुपरह्यूमन विज़न” देने में सक्षम होगी।
- यह डिवाइस दृश्य प्रांतस्था (Visual Cortex) में माइक्रोइलेक्ट्रोड एरे (Microelectrode Array) को प्रत्यारोपित करती है, जो कैमरे से प्राप्त संकेतों के आधार पर न्यूरॉन्स को उत्तेजित करती है।
- मस्क के अनुसार यह तकनीक उन लोगों को भी देखने में मदद करेगी जो जन्म से अंधे हैं या जिनकी आंखें और ऑप्टिक नर्व दोनों नष्ट हो चुकी हैं।
- सितंबर 2024 में अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने ‘ब्लाइंडसाइट’ को ‘ब्रेकथ्रू डिवाइस’ का दर्जा दिया।
- यह टैग उन चिकित्सा उपकरणों को दिया जाता है जो जीवन-रक्षक स्थितियों के लिए संभावित समाधान प्रदान करते हैं और इनके विकास की प्रक्रिया को तेज़ करने का प्रयास किया जाता है।
लेखक- विजय प्रताप सिंह
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