बैराइट,फेल्सपर, अभ्रक और क्वार्ट्ज ‘प्रमुख’ खनिजों की श्रेणी में शामिल

प्रश्न – – बैराइट,फेल्सपर, अभ्रक और क्वार्ट्ज को ‘प्रमुख’ खनिजों की श्रेणी में शामिल करने के संबंध में निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
1.20 फरवरी, 2025 को केंद्र सरकार ने बैराइट, फेल्सपर, अभ्रक और क्वार्ट्ज को ‘प्रमुख’ खनिजों की श्रेणी में शामिल करने की घोषणा की।
2. इससे पहले इन्हें किसी रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाता था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल (1) (b) केवल (2)
(c) (1) एवं (2) दोनों (d) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (a)


व्याख्यात्मक उत्तर

  • 20 फरवरी, 2025 को केंद्र सरकार ने बैराइट, फेल्सपर, अभ्रक और क्वार्ट्ज को ‘प्रमुख’ खनिजों की श्रेणी में शामिल करने की घोषणा की।
  • इस कदम से ऐसे संसाधनों की खोज व वैज्ञानिक खनन को बढ़ावा मिलेगा जो कई महत्वपूर्ण खनिजों का प्राथमिक स्रोत हैं।
  • इससे पहले इन्हें ‘गौण’ खनिजों के रूप में वर्गीकृत किया जाता था।
  • आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘खान मंत्रालय ने 20 फरवरी, 2025 के राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से खनिजों बैराइट, फेल्सपर, अभ्रक और क्वार्ट्ज को गौण खनिजों की सूची से प्रमुख खनिजों की श्रेणी में शामिल किया है।’’
  • सरकार के राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन की शुरुआत के बाद यह कदम उठाया गया है।
  • इस मिशन का उद्देश्य देश के भीतर महत्वपूर्ण खनिजों की खोज व खनन करना है, जिसमें विभिन्न खानों और अन्य जगहों से इन खनिजों को निकालना शामिल है।
  • इन खनिजों के पुनर्वर्गीकरण से मौजूदा पट्टों की पट्टा अवधि पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
  • प्रमुख खनिजों के रूप में इन खनिजों के लिए पट्टे अनुदान की तारीख से 50 वर्ष की अवधि तक या नवीनीकरण अवधि के पूरा होने तक (यदि कोई हो) एमएमडीआर अधिनियम, 1957 की धारा 8ए के अनुसार जो भी बाद में हो तक बढ़ाए जाएंगे।

लेखक- विजय प्रताप सिंह 

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2105247

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