प्रश्न – निम्न कथनों पर विचार कीजिये –
1.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर 10 से 13 फरवरी, 2025 तक फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर रहे
2.इस यात्रा के दौरान उन्होंने पेरिस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा कथन सही है?
(a) केवल 1 (b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों (d) इनमे से कोई नहीं
उत्तर – (c)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 10 से 13 फरवरी, 2025 तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 से 13 फरवरी, 2025 तक फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर रहे
- फ्रांस की यात्रा-
- इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर 10 से 12 फरवरी, 2025 तक फ्रांस की यात्रा पर रहे हैं।
- यह यात्रा दोनों नेताओं द्वारा हाल ही में एक-दूसरे के राष्ट्रीय दिवसों पर मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने की विशेष सद्भावना को आगे बढ़ाती है।
- उल्लेखनीय है की पिछले वर्ष, 26 जनवरी को भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रपति मैक्रों मुख्य अतिथि रहे
- इससे पहले, वर्ष 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जुलाई माह में बैस्टील दिवस के अवसर पर फ्रांस की यात्रा की थी।
- इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की।
- एआई समिट के बाद, इस यात्रा के द्विपक्षीय चरण की शुरुआत भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को दोनों नेताओं द्वारा संयुक्त रूप से संबोधित करने से हुई।
- इस मंच पर दोनों देशों के विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख व्यवसायियों ने भागीदारी की, जिसमें इसमें एयरोस्पेस, रक्षा, नवाचार, ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, कृषि प्रसंस्करण और उपभोक्ता वस्तुओं जैसे क्षेत्रों से कंपनियों की उपस्थिति रही।
- उन्होंने फ्रांसीसी कंपनियों को विशेष रूप से रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा, बीमा और उन्नत विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में भारत की विकास गाथा में नई संभावनाओं का अन्वेषण करने के लिए आमंत्रित किया।
- अगले वर्ष, 2026 को, दोनों पक्षों ने भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष के रूप में मनाने पर सहमति जताई है
- यह पहल मुख्य रूप से दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी, नवाचार, स्टार्टअप्स और शैक्षिक सहयोग पर ध्यान केंद्रित करेगी, यह एक ऐसी चीज़ रही जिसकी चर्चा के दौरान समीक्षा की गई।
- इसके अलावा, दोनों नेताओं ने यूरोप, पश्चिम एशिया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हालिया भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर विचार-विमर्श किया और वैश्विक एवं क्षेत्रीय महत्व के विभिन्न मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा की।
- दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से मारसैल में नए भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया
- जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री ने जुलाई 2023 में अपनी पेरिस यात्रा के दौरान की थी।
- पेरिस में आयोजित सीईओ फोरम के दौरान, दोनों नेताओं ने वर्ष 2026 में आयोजित होने वाले भारत-फ्रांस नवाचार के आधिकारिक लोगो का शुभारंभ किया।
- असैनिक परमाणु ऊर्जा सहयोग के क्षेत्र में, दोनों देशों ने संयुक्त रूप से छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) और उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टर (AMR) के सह-डिजाइन, सह-विकास और सह-उत्पादन में सहयोग के लिए एक संयुक्त आशय घोषणा पत्र को अंतिम रूप दिया है।
- इसके अलावा, इस क्षेत्र में शोधकर्ताओं और पेशेवरों की क्षमता निर्माण के लिए भी दोनों देश सहयोग करेंगे।
- हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को मज़बूत करने की दिशा में, भारत और फ्रांस ने त्रिपक्षीय विकास सहयोग पर एक संयुक्त आशय की घोषणा को अंतिम रूप दिया है।
- संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा-
- 13 फरवरी, 2025 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर रहे
- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण के पश्चात प्रधानमंत्री की यह पहली अमेरिका यात्रा रही ।
- दोनों नेताओं ने रणनीतिक एवं सुरक्षा सहयोग, रक्षा, व्यापार एवं आर्थिक भागीदारी, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा सुरक्षा और लोगों के बीच संबंध से लेकर क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों तक संबंधों के संपूर्ण आयाम पर चर्चा की ।
- दोनों नेताओं ने 21वीं सदी के लिए संयुक्त रूप से अमेरिका-भारत समझौते का शुभारंभ किया।
- यह समझौता सैन्य साझेदारी, त्वरित वाणिज्य और प्रौद्योगिकी में अवसरों को प्रोत्साहित करने के लिए है।
- उदाहरण के लिए, व्यापार और निवेश के क्षेत्र दोनों में नेताओं ने मिशन 500 की शुरुआत की है, जिसका लक्ष्य 2030 तक आपसी व्यापार को दोगुना बढ़ाते हुए, इसे 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है।
- दोनों नेताओं ने इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के मद्देनज़र, 2025 के अंत तक पारस्परिक रूप से लाभकारी बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण पर बातचीत करने की योजना की घोषणा भी की।
- दोनों देश वस्तु एवं सेवा क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को मज़बूत करने के लिए एकीकृत दृष्टिकोण अपनाएंगे।
- इसमें बाज़ार तक पहुंच बढ़ाना, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करना और दोनों देशों के बीच आपूर्ति शृंखला एकीकरण को मज़बूत करने जैसे विषय शामिल किए जाएंगे।
- दोनों नेताओं ने 21वीं सदी में अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदारी के लिए एक नए 10-वर्षीय रूपरेखा को अंतिम रूप देने की योजना की घोषणा की।
- यह एक ऐसी रूपरेखा है जो 2025 से 2035 तक जारी रहेगी और इस वर्ष के अंत में इसे अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
- इस नवीनतम दौर की चर्चाओं में दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत TRUST पहल की शुरुआत करते हुए महत्त्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
- TRUST पहल से अर्थ है रणनीतिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके संबंधों में परिवर्तन लाना।
- यह पहल रक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर, क्वांटम कंप्यूटिंग, जैव प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और अंतरिक्ष में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार, शिक्षाविद और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करेगी।
- दोनों नेताओं ने इंडस इनोवेशन की शुरुआत की
- यह एक नवाचार सेतु है जिसे रक्षा अनुप्रयोगों के लिए सफल इंडस-एक्स प्लेटफॉर्म के आधार पर तैयार किया गया है।
- इंडस इनोवेशन का लक्ष्य अंतरिक्ष, ऊर्जा और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित करना है।
- अमेरिकी राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन और नवीन भारतीय अनुसंधान के बीच एक नई साझेदारी शुरू की गई है, जो कि महत्त्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान संबंध को मज़बूत करने के लिए राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन है।
- कुछ दिन पहले ही NSF और ANRF के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं
- दोनों नेताओं ने दोनों देशों के उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग को मज़बूत करने पर सहमति जताई और भारत ने अमेरिका को भारतीय शिक्षा क्षेत्र में सुधारों का लाभ उठाने के लिए भारत में अमेरिका के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों को बाह्य परिसर स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया।
लेखक- विवेक त्रिपाठी
संबंधित लिंक भी देखें…
https://pib.gov.in/PMContents/PMVisitRelaese.aspx?VID=3146®=3&lang=1
https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2101222
https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2103037