प्रश्न-03 सितंबर, 2015 को जैवप्रौद्योगिकी विभाग और पांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के मध्य किस केंद्र की स्थापना हेतु समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया?
(a) डीबीटी-पैन आईआईटी सेंटर फॉर बायोएनर्जी
(b) सेंटर फॉर ह्यूमन एनाटॉमी स्टडीज
(c) सेंटर फॉर वैक्सीन डेवलपमेंट
(d) सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 03 सितंबर, 2015 को विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग और पांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के मध्य ‘डीबीटी-पैन आईआईटी सेंटर फॉर बायोएनर्जी की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
- उल्लेखनीय है कि 03 सितंबर, 2015 को ‘डीबीटी-पैन आईआईटी सेंटर फॉर बायोएनर्जी’ का शुभारंभ किया गया जो पांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में विस्तृत है।
- ये पांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान हैं-बाम्बे, खड़गपुर, गुवाहाटी, जोधपुर और रूड़की।
- गौरतलब है कि यह सहयोगात्मक अनुसंधान का पहला वर्चुअल केंद्र होगा जहां उन्नत जैव ईंधन प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- ध्यातव्य है कि जनवरी, 2015 में सहयोग की शुरूआत हुई और इसमें पांच संस्थानों के 32 अन्वेषणकर्ताओं का एक अनुसंधान दल बनाया गया जो जैव ऊर्जा पर कार्य कर रहा है।
- ये सभी अनुसंधानकर्ता साइनोबैक्टीरियल जैव ईंधन, सूक्ष्म शैवाल से जैव ईंधन, लिंगो-लिग्नोसेलुलोलिक जैवभार से जैव ईंधन और तकनीकी-आर्थिक तथा जीवन-चक्र विश्लेषण जैसे विषयों पर संयुक्त अनुसंधान गतिविधियां संचालित करेंगे।
- उल्लेखनीय है कि जैवप्रौद्योगिकी विभाग द्वारा जैव ऊर्जा अनुसंधान के लिए स्थापित यह चौथा केंद्र है।
- तीन अन्य जैव ऊर्जा केंद्र फरीदाबाद, डीबीटी-आईओसी उन्नत जैव ऊर्जा केंद्र, फरीदाबाद, डीबीटी आईसीटी बायोसाइंसेज ऊर्जा केंद्र मुंबई और डीबीटी आईसीजीईबी उन्नत जैव ऊर्जा केंद्र, नई दिल्ली।
- ध्यातव्य है कि इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य जैव ईंधन के क्षेत्र में उन्नत प्रौद्योगिकियों का विकास और ऊर्जा संकट स्थायी समाधान करना है।
संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/mbErel.aspx?relid=126623
http://www.thehindu.com/business/paniit-virtual-centre-for-bioenergy-launched/article7619722.ece
http://economictimes.indiatimes.com/industry/services/education/department-of-biotechnology-sets-up-dbt-pan-iit-centre-for-bioenergy/articleshow/48789750.cms