प्रश्न – जीएमआर एयरपोर्ट्स के संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट पहल में शामिल होने के संबंध में निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
1.3 फरवरी, 2025 को भारत की सबसे बड़ी हवाईअड्डा परिचालक कंपनी जीएमआर एयरपोर्ट्स लिमिटेड (पूर्व में जीएमआर एयरपोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) ने जानकारी प्रदान की कि वह संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट (UNGC) में शामिल हो गया है।
2.संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट (UNGC) में शामिल होकर, जीएमआर एयरपोर्ट्स ने अपनी रणनीतियों और संचालन को इसके दस मूल सिद्धांतों के अनुरूप बनाने का संकल्प लिया है, जो मानवाधिकार, श्रम, पर्यावरण और भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों पर केंद्रित हैं।
(a) केवल (i) (b) केवल (ii)
(c) (i) एवं (iii) दोनों (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (c)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 3 फरवरी, 2025 को भारत की सबसे बड़ी हवाईअड्डा परिचालक कंपनी जीएमआर एयरपोर्ट्स लिमिटेड (पूर्व में जीएमआर एयरपोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) ने जानकारी प्रदान की कि वह संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट (UNGC) में शामिल हो गया है।
- संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट (UNGC) में शामिल होकर, जीएमआर एयरपोर्ट्स ने अपनी रणनीतियों और संचालन को इसके दस मूल सिद्धांतों के अनुरूप बनाने का संकल्प लिया है, जो मानवाधिकार, श्रम, पर्यावरण और भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों पर केंद्रित हैं।
- इसके साथ ही, कंपनी ने संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई है।
- जीएमआर एयरपोर्ट्स द्वारा संचालित सभी हवाईअड्डों को यूएस ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (USGBC) या इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (IGBC) से ग्रीन बिल्डिंग प्रमाणन प्राप्त है।
- जीएमआर एयरपोर्ट्स लिमिटेड (GAL) दुनिया की अग्रणी हवाईअड्डा परिचालक कंपनियों में से एक है, जिसके पास 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है।
- कंपनी “GMR AERO” ब्रांड के तहत ड्यूटी-फ्री, खुदरा, खाद्य एवं पेय पदार्थ, कार्गो, पार्किंग और परिचालन सेवाएं प्रदान करती है।
- जीएमआर एयरपोर्ट्स के तहत दिल्ली, हैदराबाद, गोवा और इंडोनेशिया के मेडान में प्रमुख हवाईअड्डों का संचालन किया जाता है, साथ ही फिलीपींस के मकतान-सेबू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को तकनीकी सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
- कंपनी विशाखापट्टनम (भोगापुरम) और ग्रीस (क्रीट) में नए ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों का भी विकास कर रही है।
- जीएमआर समूह अपनी सीएसआर इकाई, जीएमआर वरालक्ष्मी फाउंडेशन के माध्यम से, यह समुदायों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए शिक्षा, कौशल विकास और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रहा है।
लेखक- विजय प्रताप सिंह
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