प्रश्न – अप्रैल 2025 में कोयला मंत्रालय ने किस चरण की वाणिज्यिक कोयला नीलामी के अंतर्गत दो खदानों मारवाटोला-II और नामचिक पश्चिम के सफल बोलीदाताओं के साथ कोयला खदान विकास और उत्पादन समझौते (CMDPA) पर हस्ताक्षर किए हैं?
(a) 9वें चरण (b) 10वें चरण
(c) 11वें चरण (d) 12वें चरण
उत्तर – (c)
व्याख्यात्मक उत्तर
- अप्रैल, 2025 में कोयला मंत्रालय ने 11वें चरण की वाणिज्यिक कोयला नीलामी के अंतर्गत दो खदानों मारवाटोला-II और नामचिक पश्चिम के सफल बोलीदाताओं के साथ कोयला खदान विकास और उत्पादन समझौते (CMDPA) पर हस्ताक्षर किए हैं।
- मरवाटोला-II खदान, सिंघल बिज़नेस प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित की गई है।
- जबकि नामचिक पश्चिम खदान,पीआरए नूरवी कोल माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित की गई है।
- इन दो खदानों में से एक पूरी तरह से खोजी जा चुकी है, और दूसरी आंशिक रूप से खोजी गई है।
- इनकी सम्मिलित पीक रेटेड क्षमता (PRC) लगभग 0.34 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) है, जिससे अनुमानित वार्षिक राजस्व 106.14 करोड़ रुपये प्राप्त होगा।
- इन खदानों को चालू करने हेतु 55 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश अपेक्षित है।
- ये परियोजनाएँ लगभग 460 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन करेंगी।
- कोयला मंत्रालय ने इन अतिरिक्त खदानों के साथ अब वाणिज्यिक कोयला खनन ढांचे के तहत नीलाम की गई कुल 120 कोयला खदानों के लिए सीएमडीपीए पर हस्ताक्षर किए हैं।
- ये खदानें 265.64 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) की संचयी पीआरसी का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिनसे अनुमानित वार्षिक राजस्व 37,300 करोड़ रुपये और अनुमानित निवेश 39,900 करोड़ रुपये है।
लेखक- विजय प्रताप सिंह
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