प्रश्न – हाल ही में कुंभकोणम वेत्रिलै (पान का पत्ता) और थोवलाई माणिक्का माला (फूलों की माला) को GI टैग प्रदान किए जाने के बाद तमिलनाडु के GI टैग प्राप्त उत्पादों की कुल संख्या कितनी हो गई है?
(a) 58 (b) 60
(c) 62 (d) 64
उत्तर – (c)
व्याख्यात्मक उत्तर
- हाल ही में तंजावुर के कुंभकोणम वेत्रिलै (पान का पत्ता) और कन्याकुमारी के थोवलाई माणिक्का माला (फूलों की माला) को केंद्र द्वारा भौगोलिक संकेत (GI) टैग प्रदान किया गया।
- इसी के साथ तमिलनाडु के जीआई उत्पादों की संख्या अब 62 हो गई है।
- GI जर्नल में आवेदन प्रकाशित होने के चार महीने बाद भौगोलिक संकेत (GI) टैग प्रदान किया गया है।
- तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के कृषि और ग्रामीण विकास अनुसंधान केंद्र और कुंभकोणम सुपारी उत्पादक कल्याण संघ ने वर्ष 2022 में जीआई टैग के लिए आवेदन किया था।
- कुंबकोणम वेत्रिलै – यह पान का पत्ता कावेरी नदी के किनारे थंजावुर और कुंबकोणम क्षेत्र में उगाया जाता है।
- इसका रंग हल्के से गहरे हरे तक होता है और इसकी सुगंध तथा स्वाद विशेष होते हैं।
- यह डेल्टा क्षेत्र का पहला कृषि उत्पाद होगा जिसे GI टैग प्राप्त हुआ है।
- थोवलाई माणिक्का माला—यह माला ओलियंडर और गुलाब के फूलों से बनाई जाती है।
- कन्याकुमारी जिले के थोवलाई गांव के कारीगर पीढ़ियों से इसकी कलात्मकता को संजोए हुए हैं।
- फूलों को इस तरह मोड़ा और सजाया जाता है कि वे मणियों जैसे दिखते हैं, और ज्यामितीय आकारों में सुसज्जित रहते हैं।
लेखक- विजय प्रताप सिंह
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