एलएसएएम 23 (यार्ड 133)

प्रश्न – 31 जनवरी, 2025 को भारतीय नौसेना के 9वें एसीटीसीएम बार्ज, एलएसएएम 23 (यार्ड 133) का जलावतरण किया गया। एसीटीसीएम बार्ज का निर्माण किस कंपनी द्वारा किया जा रहा है?
(a) मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड
(b) हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड
(c) सूर्यदिप्ता प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड
(d) कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड
उत्तर – (c)


व्याख्यात्मक उत्तर

  • 31 जनवरी, 2025 को मेसर्स सूर्यदीप्ता प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे में भारतीय नौसेना के 9वें एसीटीसीएम बार्ज, एलएसएएम 23 (यार्ड 133) का जलावतरण किया गया।
  • इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमोडोर आर आनंद,एजीएम (सीओएम)/एनडी (एमबीआई) थे।
  • भारतीय नौसेना के लिए कुल 11 एसीटीसीएम बार्जों के निर्माण का अनुबंध 5 मार्च, 2021 को एमएसएमई शिपयार्ड, मेसर्स सूर्यदीप्ता प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे के साथ किया गया था।
  • इन नौकाओं (बार्जों) को भारतीय जहाज डिजाइनिंग फर्म और भारतीय शिपिंग रजिस्टर (आईआरएस) के सहयोग से शिपयार्ड द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित किया गया है।।
  • इन बार्जों की समुद्री क्षमता सुनिश्चित करने के लिए इनका मॉडल परीक्षण विशाखापत्तनम स्थित नौसेना विज्ञान और तकनीकी प्रयोगशाला (NSTL) में किया गया।
  • अब तक, शिपयार्ड ने आठ एसीटीसीएम बार्जों की सफलतापूर्वक आपूर्ति कर दी है, जो भारतीय नौसेना के परिचालन कार्यों में सहायता कर रहे हैं।
  • ये बार्ज नौसेना के जहाजों को गोला-बारूद, टॉरपीडो और मिसाइलों की ढुलाई, लदान और उतारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • इनका उपयोग जेटियों और बाहरी बंदरगाहों दोनों में किया जाता है।

लेखक- विजय प्रताप सिंह 

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2098411

https://idrw.org/indian-navy-successfully-launches-9th-ammunition-torpedo-missile-actcm-barge-lsam-23-yard-133/