प्रश्न – 5 अक्टूबर, 2025 को ईरान की संसद ने रियाल से चार शून्य हटाने की योजना को मंजूरी दी। इस संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
- इस सुधार के तहत रियाल को 1,000 वर्तमान रियाल के बराबर परिभाषित किया गया।
- संसद में प्रस्ताव के पक्ष में 144 वोट, विरोध में 108 वोट पड़े, 3 सदस्य अनुपस्थित रहे।
- नई उप-इकाई “क़िरान/घेरन” एक रियाल के सौवें हिस्से के बराबर होगी।
- पुराने और नए दोनों रियाल तीन साल तक एक साथ प्रचलन में रहेंगे।
सही विकल्प चुनिए –
(a) केवल 1 सही नहीं है
(b) केवल 2 सही नहीं है
(c) केवल 3 सही नहीं है
(d) केवल 4 सही नहीं है
उत्तर – (a)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 5 अक्टूबर, 2025 को ईरान की संसद ने राष्ट्रीय मुद्रा रियाल से चार शून्य हटाने की लंबे समय से चली आ रही योजना को मंजूरी प्रदान की है।
- इसका उद्देश्य वित्तीय लेनदेन को सरल बनाना और बैंक नोटों की दक्षता में सुधार लाना है।
- ईरानी संसद में इसकी मंजूरी के लिए एक ऐतिहासिक बिल पास किया गया।
- संसद में इस प्रस्ताव के पक्ष में 144 वोट, विरोध में 108 वोट पड़े जबकि 3 सदस्य अनुपस्थित रहे।
- इस सुधार के तहत मौद्रिक और बैंकिंग कानून में संशोधन करके रियाल को 10,000 वर्तमान रियाल के बराबर परिभाषित किया गया है और एक नई उप– इकाई, क़िरान या घेरन, की शुरुआत की गई है, जिसका मूल्य एक रियाल के सौवें हिस्से के बराबर होगा।
- इस कानून के तहत, पुराने और नए दोनों रियाल एक संक्रमण काल के दौरान तीन साल तक प्रचलन में रहेंगे।
- ईरान के केंद्रीय बैंक (सीबीआई) को कानून बनने के दो साल के भीतर परिचालन प्रक्रियाएँ स्थापित करनी होंगी, और आधिकारिक मीडिया के माध्यम से इस बदलाव की शुरुआत की सार्वजनिक घोषणा करनी होगी।
- नये कानून के अनुसार, संक्रमण काल के बाद, वर्तमान रियाल में अंकित सभी वित्तीय दायित्वों का निपटान नई इकाई का उपयोग करके किया जाएगा।
- सीबीआई पुराने बैंक नोटों और सिक्कों की वापसी का प्रबंधन करने तथा देश की वर्तमान विनिमय व्यवस्था के तहत विदेशी विनिमय दरें निर्धारित करने के लिए भी जिम्मेदार होगी।
- नवीनतम संस्करण में रियाल को ईरान की आधिकारिक मुद्रा के रूप में बरकरार रखा गया है, और इसका नाम बदलकर तोमन करने के पहले के प्रस्तावों को हटा दिया गया है।
- यह योजना जिसे पहली बार वर्ष 2019 में सरकार द्वारा प्रस्तावित किया गया था, और जिस पर तीन प्रशासनों और संसदीय कार्यकालों में चर्चा हुई थी,में कई संशोधन हुए हैं।
- नवीनतम संस्करण में रियाल को ईरान की आधिकारिक मुद्रा के रूप में बरकरार रखा गया है, और इसका नाम बदलकर तोमन करने के पहले के प्रस्तावों को हटा दिया गया है।
- यह सुधार लगभग 40% की निरंतर मुद्रास्फीति, वर्ष 2018 में अमेरिकी प्रतिबंधों के पुनः लागू होने के बाद से रियाल के मूल्य में 90% से अधिक की गिरावट और व्यापक आर्थिक कठिनाई के बीच किया गया है।
लेखक- विजय प्रताप सिंह
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