इच्छामृत्यु को वैध बनाने वाला पहला लैटिन अमेरिकी देश

प्रश्न – 15 अक्टूबर, 2025 को कौन – सा इच्छामृत्यु को वैध बनाने वाला पहला लैटिन अमेरिकी देश बन गया है ?
(a) चिली (b) उरुग्वे
(c) पेरू (d) अर्जेंटीना
उत्तर – (b)


व्याख्यात्मक उत्तर

  • 15 अक्टूबर, 2025 को इच्छामृत्यु को वैध बनाने के उद्देश्य से उरुग्वे की सीनेट द्वारा “डिग्निफाइड डेथ बिल” (Dignified Death Bill) पारित किया गया।
  • इसी के साथ उरुग्वे इच्छामृत्यु को वैध बनाने वाला पहला लैटिन अमेरिकी देश बन गया है।
  • सीनेट में उपस्थित 31 विधायकों में से 20 ने इसके पक्ष में मतदान किया।
  • निचले सदन (Lower House) ने इसे अगस्त में ही भारी बहुमत से पारित कर दिया था।
  • यह कानून उन वयस्क नागरिकों को इच्छामृत्यु की अनुमति देता है जो मानसिक रूप से सक्षम हैं और किसी अपरिवर्तनीय व घातक बीमारी के अंतिम चरण में हैं।
  • यह कानून “सहायता प्राप्त आत्महत्या” (assisted suicide) को अनुमति नहीं देता, अर्थात रोगी स्वयं घातक दवा नहीं ले सकता।
  • इच्छामृत्यु केवल किसी स्वास्थ्य पेशेवर द्वारा दी जा सकेगी।
  • एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार, 60% से अधिक उरुग्वे नागरिक इच्छामृत्यु के पक्ष में हैं जबकि केवल 24% इसका विरोध करते हैं।
  • कोलंबिया और इक्वाडोर ने इच्छामृत्यु को अपराधमुक्त (decriminalize) किया है, परंतु वैधानिक कानून पारित नहीं किया।
  • क्यूबा में रोगियों को कृत्रिम रूप से जीवित रखे जाने से इनकार करने का अधिकार है।
  • उरुग्वे अब इस प्रक्रिया को औपचारिक रूप से वैध करने वाला पहला देश बन गया है।

लेखक- विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.thehindu.com/news/international/in-a-regional-first-uruguay-passes-law-allowing-euthanasia/article70169866.ece

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