प्रश्न – इंटरनेट गवर्नेंस इंटर्नशिप और क्षमता निर्माण योजना के संबंध में विकल्प में कौन – सा तथ्य सही नहीं है?
(a) 18 जनवरी, 2025 को नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनआईएक्सआई) ने अपनी इंटरनेट गवर्नेंस इंटर्नशिप और क्षमता निर्माण योजना के शुभारंभ की घोषणा की।
(b) इस कार्यक्रम का शुभारंभ इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने किया।
(c) यह कार्यक्रम दो समानांतर ट्रैक के साथ द्वि-वार्षिक इंटर्नशिप प्रदान करता है – एक छह महीने का कार्यक्रम और एक तीन महीने का कार्यक्रम।
(d) इंटर्न्स को प्रतिमाह 20,000 रुपये का एक निश्चित वजीफा प्रदान किया जाएगा।
उत्तर – (b)
व्याख्यात्मक उत्तर
- 18 जनवरी, 2025 को नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनआईएक्सआई) ने अपनी इंटरनेट गवर्नेंस इंटर्नशिप और क्षमता निर्माण योजना के शुभारंभ की घोषणा की।
- इस कार्यक्रम का शुभारंभ भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव और एनआईएक्सआई के अध्यक्ष एस. कृष्णन ने किया।
- इसका उद्देश्य भारतीय नागरिकों में इंटरनेट गवर्नेंस (IG) के प्रति जागरूकता फैलाना और विशेषज्ञता विकसित करना है।
- इस योजना का उद्देश्य प्रतिभागियों को वैश्विक इंटरनेट गवर्नेंस प्रक्रियाओं में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए आवश्यक ज्ञान से लैस करना है, ताकि वे इंटरनेट कॉरपोरेशन फॉर असाइन्ड नेम्स एंड नंबर्स (आईसीएएनएन), इंटरनेट सोसाइटी अथवा इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर (आईएसओसी), इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (आईईईई), इंटरनेट इंजीनियरिंग टास्क फोर्स (आईईटीएफ) जैसे प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ काम कर सकें।
- यह कार्यक्रम दो समानांतर ट्रैक के साथ द्वि-वार्षिक इंटर्नशिप प्रदान करता है – एक छह महीने का कार्यक्रम और एक तीन महीने का कार्यक्रम।
- इंटर्न्स को प्रति माह 20,000 रुपये का एक निश्चित वजीफा प्रदान किया जायेगा।
- इस योजना का लक्ष्य भारतीय प्रतिभाओं को इंटरनेट गवर्नेंस के क्षेत्र में प्रशिक्षित करना है, ताकि वे वैश्विक चर्चाओं और नीतियों में सक्रिय योगदान दे सकें।
- नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनआईएक्सआई),जिसे वर्ष 2003 में स्थापित किया गया था, एक गैर-लाभकारी संगठन है जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन कार्य करता है।
- इसका उद्देश्य भारत में इंटरनेट की पैठ और अपनाने को बढ़ावा देना है और इसके लिए इंटरनेट विनिमय बिंदु, डोमेन प्रबंधन और IPv4 एवं IPv6 पतों की अपनाने जैसी सेवाएं प्रदान करता है।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
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