आईएल-35

प्रश्न – आईएल -35 प्रोटीन के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
कथन-I: यह टाइप 1 मधुमेह और ऑटोइम्यून मधुमेह से बचाने में मदद करता है।
कथन-II: यह विशेष प्रतिरक्षा कोशिकाओं को बढ़ाता है जो अग्न्याशय में सूजन वाले रसायनों का उत्पादन करते हैं।
उपरोक्त कथनों के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?
(a) कथन-I और कथन-II दोनों सही हैं, और कथन-II कथन-I की सही व्याख्या है।
(b) कथन-I और कथन-II दोनों सही हैं, और कथन-II कथन-I के लिए सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) कथन-I सही है, लेकिन कथन-II गलत है।
(d) कथन-I गलत है, लेकिन कथन-II सही है।
उत्तर – (c)
संबंधित तथ्य –

  • इससे अग्नाशय में कोशिका घुसपैठ कम हो जाती है, जो टाइप 1 और ऑटोइम्यून मधुमेह के प्रमुख योगदानकर्ताओं में से एक है
  • ऑटोइम्यून डायबिटीज मेलिटस क्या है?
  • ऑटोइम्यून डायबिटीज मेलिटस या T1DM एक अंग-विशिष्ट ऑटोइम्यून बीमारी है।
  • यह एक सूजन प्रक्रिया के बाद इंसुलिन-उत्पादक अग्नाशयी बीटा कोशिकाओं को प्रभावित करता है, जिससे आनुवंशिक रूप से अतिसंवेदनशील व्यक्तियों में इंसुलिन की कमी हो जाती है।
  • इसका परिणाम अंततः बहिर्जात इंसुलिन पर आजीवन निर्भरता के रूप में सामने आता है।
  • यह एक जटिल बहुक्रियात्मक बीमारी है जिसमें आनुवंशिक संवेदनशीलता और पर्यावरणीय कारक दोनों बीटा कोशिकाओं के खिलाफ ऑटोइम्यून प्रतिक्रियाओं को बढ़ावा देते हैं।

लेखक- विवेक त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2070862