सुपरनोवा निर्माण का कारण न्यूट्रिनों दोलन

Fast neutrino oscillations may hold key to supernovae formation

प्रश्न-हाल ही में किस संस्थान द्वारा किए गए एक सैद्धांतिक अध्ययन के अनुसार ‘तीव्र न्यूट्रिनों दोलन’ के कारण तारों में विस्फोट के पश्चात सुपरनोवा का निर्माण होता हैं?
(a) इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस
(b) टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च
(c) टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस
(d) नेशनल एकेडमी ऑफ साइसेंज
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के एक नए सैद्धांतिक अध्ययन के अनुसार सुपरनोवा विस्फोट का कारण न्यूट्रिनों हो सकते हैं।
  • इस अध्ययन के अनुसार तीव्र न्यूट्रिनों दोलन (Fast Neutrino Oscullations) के कारण तारों में विस्फोट के पश्चात सुपरनोवा का निर्माण होता है।
  • न्यूट्रिनों तीन प्रकार के होते हैं-इलेक्ट्रॉन न्यूट्रिनों (Electron Neutrino), म्यूऑन न्यूट्रिनों (Muon Newtrino) और टाऊ न्यूट्रिनों (Tai Neutrino)।
  • कोई भी तारा जो अपने संलयन ईंधन से बाहर निकलने के पश्चात अपने ही गुरुत्वाकर्षण बल के तहत नष्ट हो जाता है, सुपरनोवा कहलाता है।
  • न्यूट्रिनों ऐसे उपपरमाण्विक कण हैं, जो एक इलेक्ट्रॉन के समान होते हैं।
  • न्यूट्रिनों ब्रह्मांड में सबसे अधिक मात्रा में पाए जाने वाले कणों में से एक है, जिसका द्रव्यमान बहुत कम होता है, इसलिए इनका पता लगाना मुश्किल होता है।

लेखक-विजय प्रताप

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.thehindu.com/sci-tech/science/fast-neutrino-oscillations-may-hold-key-to-supernovae-formation/article27103999.ece
http://factly.forumias.com/fast-neutrino-oscillations-may-hold-key-to-supernovae-formation/