प्रश्न-हाल ही में पारंपरिक औषधि प्रणालियों में सहयोग हेतु भारत और मलेशिया के मध्य पांचवीं द्विपक्षीय बैठक कहां आयोजित हुई?
(a) इपोह
(b) पेनांग
(c) नई दिल्ली
(d) मुंबई
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 10 जनवरी, 2018 को भारत और मलेशिया के बीच पारंपरिक औषधि प्रणालियों में सहयोग हेतु पांचवीं द्विपक्षीय बैठक नई दिल्ली में आयोजित हुई।
- यह बैठक वर्ष 2010 में दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित समझौते के एक भाग के रूप में आयोजित की गई थी।
- इस बैठक की अध्यक्षता भारतीय पक्ष से आयुष मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रमोद कुमार पाठक और मलेशिया पक्ष से स्वास्थ्य मंत्रालय में उपनिदेशक जन-स्वास्थ्य (चिकित्सा) ने की।
- इस बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया-
- मलेशिया की यूनिवर्सिटी ऑफ यूटीएआर में आयुर्वेद पीठ की स्थापना।
- मलेशियाई विशेषज्ञों को भारत में पंचकर्म पद्धति में व्यावसायिक प्रशिक्षण।
- क्लीनिकल परीक्षणों हेतु आयुर्वेदिक/पारंपरिक उत्पादों के यौगिकों की सुरक्षा और प्रभावकारिता का मूल्यांकन।
- औषधीय पौधों के क्षेत्र में सहयोग हेतु आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड तथा मलेशिया के बीच जड़ी-बूटियों के क्षेत्र में सहयोग हेतु द्विपक्षीय समझौता-ज्ञापन।
- कुशल लैबोरेटरी प्रैक्टिस के आधार पर आयुर्वेदिक उत्पादों का सुरक्षा मूल्यांकन।
- होम्योपैथिक चिकित्सकों का पंजीकरण और मलेशिया में उनके क्षमता निर्माण का प्रारूप।
- बैठक में मलेशियाई पक्ष ने अपने देश में पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में होने वाले हालिया विकास के विषय में जानकारी दी।
- पारंपरिक प्रणालियों से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों का संचालन करने हेतु मलेशिया में पारंपरिक और सहायक औषधि परिषद का गठन किया गया है।
- मलेशियाई पक्ष ने भारतीय औषधि और पंचकर्म पद्धति में रुचि दिखाई।
- आयुष मंत्रालय द्वारा मलेशिया में आयुष चिकित्सकों और उत्पादों के पंजीकरण संबंधी मुद्दों को रेखांकित किया गया।
- बैठक में मलेशियाई पक्ष को सूचित किया गया कि भारत में आयुष उत्पाद, प्रैक्टिसेज और प्रदाताओं के लिए देश में विनियमन की सुदृढ़ प्रणाली मौजूद है जो संदर्भ उद्देश्य हेतु मलेशियाई पक्ष के साथ साझा की जा सकती है।
संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=175526