दीनदयाल बंदरगाह पर उर्वरक कार्गो के लिए एक विशेष एवं यंत्रीकृत संचालन सुविधा की स्थापना

प्रश्न-हाल ही में जहाजरानी (शिपिंग) मंत्रालय की स्थायी वित्त समिति द्वारा कांडला स्थित दीनदयाल बंदरगाह पर उर्वरक कार्गो के लिए एक विशेष एवं पूर्ण एकीकृत संचालन सुविधा स्थापित करने हेतु एक परियोजना को मंजूरी प्रदान की गई। इससे संबंधित विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) यह मंजूरी 5 जून, 2018 को प्रदान की गई।
(b) यह सुविधा इस बंदरगाह की बर्थ संख्या 5 पर विकसित की जाएगी।
(c) इसकी निर्माण लागत राशि लगभग 138 करोड़ रुपये होगी।
(d) आरंभ में प्रस्तावित सुविधा अथवा यूनिट की संचालन क्षमता 2.60 एमएमटीपीए होगी।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 5 जून, 2018 को जहाजरानी (शिपिंग) मंत्रालय की स्थायी वित्त समिति द्वारा कांडला स्थित दीनदयाल बंदरगाह पर उर्वरक कार्गो के लिए एक विशेष एवं पूर्ण एकीकृत संचालन सुविधा स्थापित करने हेतु एक परियोजना को मंजूरी प्रदान की गई।
  • यह सुविधा अथवा यूनिट इस बंदरगाह की बर्थ संख्या 14 पर विकसित की जाएगी।
  • जिसकी निर्माण लागत राशि लगभग 138 करोड़ रुपये होगी।
  • बंदरगाह द्वारा अपने आंतरिक संसाधनों के माध्यम से इस परियोजना पर लगभग 340 करोड़ रुपये की राशि और निवेशित की जाएगी।
  • आरंभ में प्रस्तावित सुविधा अथवा यूनिट की संचालन क्षमता 2.60 एमएमटीपीए होगी और बाद में यह मात्रा बढ़कर 4.50 एमएमटीपीए हो जाएगी।
  • प्रस्तावित परियोजनान्तर्गत बल्क उर्वरक कार्गो को जहाज से नीचे उतारने से लेकर उवर्रक की बोरियों को बैगनों पर चढ़ाने तक की समस्त गतिविधियां पूर्णतः यंत्रीकृत होंगी।
  • उर्वरक कार्गो को जहाज से नीचे उतारने का काम मोबाइल हॉपर पर लगी मोबाइल हार्बर क्रेन का उपयोग करके किया जाएगा।
  • टियर सिस्टम युक्त कन्वेयर सिस्टम 38,500 वर्ग मीटर आकार के कार्गो भंडारण शेड में कार्गो का हस्तांतरण करेगा।
  • इस सुविधा या यूनिट के अक्टूबर, 2020 तक शुरू होने की संभावना है।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=72580
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=179764