‘आईएनएस किलटान’ भारतीय नौसेना में शामिल

Nirmala Sitharaman Commissions INS kiltan ASW stealth corvette

प्रश्न-हाल ही में किस श्रेणी के पनडुब्बी रोधी युद्धपोत ‘आईएनएस किलटान’ को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया?
(a) कदमत्त श्रेणी
(b) कामोर्टा श्रेणी
(c) सागरिका श्रेणी
(d) अरिहन्त श्रेणी
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 16 अक्टूबर, 2017 को केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने विशाखापत्तनम स्थित नौसैनिक पोतगाह (Naval Dockyard) में आयोजित एक औपचारिक समारोह में स्वदेश निर्मित ‘आईएनएस किलटान’ (INS Kiltan) को भारतीय नौसेना में शामिल किया।
  • यह परियोजना 28 के ‘तहत कामोर्टा श्रेणी’ (Kamorta Class) के 4 पनडुब्बी रोधी युद्धपोतों में तीसरा युद्धपोत है।
  • इसका निर्माण कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा किया गया।
  • उल्लेखनीय है कि इस जहाज का नाम पेटाया वर्ग के पनडुब्बी रोधी युद्धपोत ‘आईएनएस किलटान’ के नाम पर रखा गया है।
  • जो 18 वर्षों तक राष्ट्र की सेवा के पश्चात जून, 1987 को नौसेना से बाहर (Decommissioned) किया गया।
  • इस पोत का नाम केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप के किलटान द्वीप के नाम पर रखा गया है।
  • 109 मीटर लंबे तथा 14 मीटर चौड़े इस पोत को भारतीय नौसेना के ‘नौसैनिक डिजाइन निदेशालय’ नई दिल्ली द्वारा डिजाइन किया गया है।
  • इसकी विस्थापन क्षमता 3300 टन है।
  • 4 डीजल इंजनों द्वारा चालित यह पोत 25 नॉट से अधिक की गति प्राप्त करने में सक्षम है।
  • इस पोत का लगभग 80 प्रतिशत भाग स्वदेशी है और यह पोत परमाणु, जैविक एवं रासायनिक युद्ध की परिस्थितियों से निपटने में अच्छी तरह से सक्षम है।
  • ‘आईएनएस किलटान’ कई अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है और यह राडार की पकड़ में नहीं आता है।
  • इस पोत पर पनडुब्बी-रोधी रॉकेट और टॉरपीडो लगाए गए हैं जिनकी मदद से दुश्मन की पनडुब्बियों का पता लगाकर उन्हें नेस्तनाबूद किया जा सकता है।
  • यह भारतीय नौसेना की पूर्वी नौसैनिक कमान के अंतर्गत पूर्वी बेड़े का एक अभिन्न अंग होगा।
  • परियोजना 28 के तहत चारों पनडुब्बी-रोधी युद्धपोतों में कामोर्टा श्रेणी के पहले युद्धपोत आईएनएस कमोर्टा को 23 अगस्त, 2014 तथा ‘आईएनएस कदमत्त’ को 7 जनवरी 2016 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।
  • जबकि इस श्रेणी के चौथे पनडुब्बी-रोधी युद्धपोत ‘आईएनएस कवरत्ती’ जल्द ही भारतीय नौसेना में शामिल होगा।

संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=171743
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=171752